हमारे प्रिय नेता { राष्ट्रपिता महात्मा गांधी }
भूमिका - जीवन परिचय एवं शिक्षा ,भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के कर्णधार , गांधी जी की मृत्यु ,उपसंहार |
भूमिका :- भारत ऋषि मुनियों संतो एवं महात्माओं का देश है | विक एवं संकटकाल से देश को उबारने में ऐसे ही महापुरुषों का योगदान रहा है | भारत मा को प्रधानता की बेड़ियों से छुड़ाने के लिए महात्म गांधी का जन्म हुआ | इन्होंने एंस एवं सत्य के बलबूते महान साम्राज्यवादी ब्रिटिश शासन से भारत को मुक्ति दिल दी |
जीवन परिचय एवं शिक्षा - महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास कर्म चंद्र गांधी था | इनका जन्म 2 oct 1869 ईस्वी में गुजरात के पोरबंदर गांव में हुआ था | उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव में संपन्न हुआ | इन्हों राजकोट से हाई स्कूल की परीक्षा उत्तीर्ण की | बाद में ब्रेस्टी की पढ़ाई की परीक्षा पास की | सन 1893 में गांधी जी एक कंपनी के मुकदमे की पैरवी करने के लिए दक्षिण अफ्रीक म एक वकील के रूप में गए | इन्हों वहां के काले कानूनों के विरुद्ध सत्याग्रह किया जिसमें उन्हें सफलता भी मिली |
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के कर्णधार - सन 1916 ईस्वी में स्वदेश लौटे | उन दीनो गोपाल कृष्ण गोखले एक गणमान्य सदस्य थे | उनकी अपील पर गांधी जी कांग्रेस में शामिल हो गए |
1620 ईस्वी में उन्होंने असहयोग आंदोलन शुरू किया जिसमें भारत के प्रत्येक नागरिक ने प्रत्यक्ष रूप से अपना समर्थन दिया | 1929 ईस्वी में गांधी जी ने रावी नदी किनारे कांग्रेस अधिवेशन में पूर्ण स्वतंत्रता की घोषणा कर दी |1930 ईस्वी में इन्हों नमक कानून के विरुद्ध दांडी यात्रा प्रारंभ कर दी | 1942 में गांधी जी ने भारत छोड़ो आंदोलन वेल्स जिसमें गांधी जी के प्रयासों से ब्रिटिश सरकार देश को स्वतंत्र करने को राजी हो गए | फलत: 15 अगस्त 1947 ईस्वी को भारत स्वतंत्र हो गई |
गांधी जी की मृत्यु - 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोड से ने साय प्राथना सभा में गांधी जी की हत्या कर दी | इनकी आकस्मिक निधन से सारा देश शोक के सगा म डूब गया |
उपसंहार - गांधी जी नश्वर शरीर का अंत हो जाने के बाद भी उनके आदर्श एवं उपदेश हमारे मध्य है, जो समय समय पर हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे | इनके शांति वो अहिंसा के सिद्धांतों के कारण आज सारा देश इन्हें श्रद्धा से नमन करता है |ये केवल बच्चों का ही नहीं बल्कि संपूर्ण भरता की जनता की बापू है |
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